सतना। कोरोनावायरस महामारी के बीच लागू किए गए देश व्यापी लाक डाउन के कारण बहुत से लोगों की जिंदगी एकदम ठहर गई है। लाक डाउन जैसे आपातकाल के इस दौर में दो सैकड़ा से अधिक बाहरी मजदूर सज्जनपुर में फंसे हुए हैं। गुजरात की कंपनी ने मजदूरों की सप्लाई वाला काम ले रखा है। बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल और झारखंड के मजदूर यहां पर फंसे हुए हैं। लाख प्रयास के बाद भी वे अपने घरों को नहीं लौट पा रहे हैं। सतना जिले में प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री किसी भी तरह से पहचान के लिए मोहताज नहीं है। तकरीबन आठ महीने पहले इन दो सैकड़ा मजदूरों को प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री लाया गया था। इसी बीच पूरे देश में कोरोनावायरस महामारी का खतरा बढ़ने लगा। इसी वजह से प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन ने शासन के आदेश पर कामकाज बंद करवा दिया। एक सैकड़ा से अधिक बाहरी मजदूरों को सज्जनपुर में किराए के मकान पर रुकवाया गया। जबकि शेष मजदूरों को प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री के पास रुकवाने की व्यवस्था कराई गई है। खान-पान को लेकर मजदूरो की समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। मजदूरों का आरोप है कि इस परेशानी की घड़ी में प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री किसी तरह का सहयोग नहीं कर रहा है। परेशान मजदूर अपने घरों को वापस लौटना चाहते हैं पर उसके लिए भी प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री का प्रबंधन कोई व्यवस्था नहीं कर रहा है। मजदूरों ने कहा कि अब यहां पर एक दिन भी काटना मुश्किल हो रहा है।
सबसे अधिक उत्तर प्रदेश के मजदूर
सतना जिले की सीमेंट फैक्ट्री में काम करने के लिए बाहर से दो सैकड़ा मजदूरों को यहां पर लाया गया था। गुजरात की रियल नाम की कंपनी ने उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और झारखंड से मजदूरों की व्यवस्था की है। सबसे अधिक संख्या यूपी के मजदूरों की है। 70-80 की संख्या में यूपी के मजदूर यहां पर फंसे हुए हैं। इसी तरह बिहार के तकरीबन 35-40 मजदूरों की मौजूदगी यहां पर बनी हुई है। मजदूरों का आरोप है कि काम बंद होने के बाद से फैक्ट्री का प्रबंधन और ठेकेदार ने मुंह फेर लिया है। जिसके कारण खाने पीने के लाले पड़ गए। फरवरी माह के बाद से कोई वेतन मजदूरों को नसीब नहीं हुआ है। प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री का प्रबंधन और ठेकेदार ने कोरोनावायरस जैसी महामारी के इस दौर में गरीब मजदूरों का आज तक मेडिकल चेकअप तक कराना जरूरी नहीं समझा। परेशानी झेल रहे मजदूरों में उम्रदराज लोग बीमार हो गए हैं। मजदूरों ने कहा कि हम सबको जिला प्रशासन घर वापस भेजने की व्यवस्था करवा दे।
*हम अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं, ठेकेदार*
गुजरात की कंपनी ने ही मजदूरों की व्यवस्था प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री के लिए उपलब्ध कराई है। ठेका कंपनी के सहायक अनुप केरला निवासी ने हमको बताया कि हमने हर मजदूर के बारे में लिखित जानकारी प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री को उपलब्ध कराई है। उन्होंने बताया कि सज्जनपुर में पांच किराना दुकानों के माध्यम से मजदूरों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। अभी तक करीब एक लाख साठ हजार रुपए का भुगतान हमें दुकानों को करना है। फैक्ट्री के प्रबंधन को मजदूरों के बारे में जो लिखित जानकारी चाहिए थी वह उपलब्ध करवा दी गई है। अब प्रिज्म सीमेंट फैक्ट्री का प्रबंधन ही मजदूरों को वापस भेजने के लिए जिला प्रशासन सतना से बातचीत करेगा, इसके उपरांत इन्हें वापस भेजने की व्यवस्था हम करवाएंगे।